यात्री सुविधा की कसौटी पर एक बार फिर जयपुर एयरपोर्ट खरा नहीं उतर पाया। पिछले साल विश्व में 74वीं रैंक पर रहा जयपुर इस बार 7 पायदान गिरकर 81वें नंबर पर पहुंच गया। एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) द्वारा सभी बड़े एयरपोर्ट पर पिछले दिनों कराए गए एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (एएसक्यू) सर्वेक्षण के मंगलवार को परिणाम जारी किए गए। इसमें जयपुर सहित देशभर के 24 बड़े एयरपोर्ट को शामिल किया गया था। सर्वे में जयपुर एयरपोर्ट को 5 में से 4.58 रेटिंग दी गई है।
एएसक्यू सर्वेक्षण में यात्री सुविधा से जुडे 33 मानकों को शामिल किया गया था। इसमें अधिकांश मानकों पर जयपुर एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले यात्रियों ने निगेटिव ग्रेडिंग दी। इसके चलते सर्वे में जयपुर एयरपोर्ट को 5 में से 4.58 रेटिंग दी गई है। वहीं देश के कुल 24 एयरपोर्ट पर किए गए इस सर्वे की रिपोर्ट में जयपुर का 15वां स्थान रहा है। वर्ष 2018 के सर्वेक्षण में जयपुर को 74वीं रैंक मिली थी। त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट देश में अव्वल रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 40वीं रैंक रही। इसके अलावा लखनऊ की 41 और अहमदाबाद एयरपोर्ट की 43वीं रैंक रही है।
निगेटिव ग्रेडिंग की वजह
जयपुर एयरपोर्ट पर पिछले दिनों टर्मिनल-2 की विस्तारित बिल्डिंग में नया डिपार्चर हॉल शुरू किया गया। 30 करोड़ की लागत से बने इस डिपार्चर हॉल में 8 नए चैक इन काउंटर बनाए गए हैं। इससे यात्रियों को बोर्डिंग पास लेने के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, लेकिन अभी तक भी काउंटर शरू नहीं हो सके हैं। एयरपोर्ट से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के दिल्ली स्थित मुख्यालय ने अभी 3 काउंटर को शुरू करने के लिए सीटा सॉफ्टवेयर उपलब्ध करवाया है। ऐसे में 9 मार्च से 3 काउंटर शरू कर दिए जाएंगे। बाकी 5 काउंटर को सॉफ्टवेयर आने के बाद ही शुरू किया जा सकेगा। अगर ये सभी काउंटर शुरू हो जाएंगे, तो एयरपोर्ट पर कुल 31 चैक-इन काउंटर उपलब्ध होंगे। इससे यात्रियों को बोर्डिंग पास के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। नए हॉल में ग्राउंड फ्लोर पर एक नया बोर्डिंग गेट भी बनाया गया। इसे भी इस माह के अंत तक शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद यहां कुल 7 बोर्डिंग गेट हो जाएंगे। वहीं यात्रियों के बैठने के लिए वेटिंग एरिया बनाया गया है। इसमें एक साथ 200 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है।