घरेलू गैस लीकेज के कारण हो रही है आग लगने की 20% घटनाएं

 आग लगने की 20% घटनाएं घरेलू रसोई गैस लीकेज से हो रही हैं। गर्मियों में ऐसी दुर्घटनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में जरूरी है कि उपभोक्ता एहतियात बरतें। पिछले साल के शुरुआती 4 माह में 640 से ज्यादा आग लगने की घटनाएं हुई। इनमें से 128 घरेलू गैस सिलेंडर की वजह से हुई है। अग्निशमन केंद्र ने इस साल का गणित अभी नहीं लगाया है। हर साल मार्च के बाद सालाना आंकड़े जारी किए जाते हैं।


लीकेज की वजह



  • सिलेंडर का वाल्व में ओ रिंग (वाशर) का क्षतिग्रस्त होना

  • वाल्व में लगी पिन का दबा रह जाना

  • रेग्यूलेटर का डायफ्राम क्षतिग्रस्त होना

  • सुरक्षा हॉज के बजाए साधारण पाइप लगाना

  • चूल्हे की अधिकृत मैकेनिक से मेंटिनेंस ना कराना


बचाव के उपाय



  • हर बार सिलेंडर लेते समय हाॅकर से चूल्हा, रेग्यूलेटर और हाॅज की जांच कराएं। पांच साल में सुरक्षा हॉज बदलें

  • सिलेंडर कबर्ड में नीचे की तरफ वेंटीलेटर बनावाएं। चूल्हा सिंलेडर से ऊंचे प्लेटफार्म पर ही रखें। खिड़की के सामने ना रखें

  • रसोई में छोटा फायर इक्स्टिंगविशर रखें। फ्रिज न रखें।

  • गैस की बदबू आने पर इलेक्ट्रिक स्विच बंद/चालू ना करें।  बिजली की सप्लाई मेन स्विच से बंद करें।

  • दरवाजे और खिड़कियां खोल दें। रेग्यूलेटर बंद कर दें

  • सिलेंडर के वाल पर कैप लगा खुले में रख दें।

  • खाना बनाते समय ढीले कपड़े ना पहनें


ये सावधानी बरतनी चाहिए


सिलेंडर की पीली पट्टी पर ए-20, बी-21, सी- 19 o डी-23 जैसा कोड लिखा होता है। इनमें ए, बी, सी और डी का मतलब साल की पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी तिमाही है। इसके साथ लिखे अंक संबंधित साल बताता है। इसे ऐसे समझा जा सकता है कि ए-20 लिखे होने का मतलब साल 2020 की पहली तिमाही से है। यानी 2020 की पहली तिमाही आने पर इस सिलेंडर की टेस्टिंग होनी है। सिलेंडर पर बीत चुकी तिमाही का कोड हो तो उसे न लें। 


डिस्ट्रीब्यूटर नए कनेक्शन के साथ छोटा अग्निशमन यंत्र दें। - जगदीश फुलवारी, चीफ फायर ऑफिसर
 


800 से 1000 रु. का अग्निशमन यंत्र खरीदने के लिए उपभोक्ता तैयार नहीं होते। जब तक वे जागरूक नहीं होंगे, हादसे होते रहेंगे।  - दीपक गहलोत, अध्यक्ष, डिस्ट्रीब्यूटर फैडरेशन ऑफ राजस्थानImage result for lpg gas